[headerImage]

आज से लगभग 150 वर्ष पूर्व एक वैज्ञानिक घुड़सवारी करते समय नीचे गिर गए, वह घोड़े के पैरों तले कुचले ही जाने वाले थे कि अचानक उन्हें कुछ आभास हुआ और उनकी जान बच गई। इस दुर्घटना के बाद वह हैरत में पड़ गए, उन्हें लगने लगा कि हम अपने दिमाग को जो समझ रहे हैं यह उससे बहुत आगे की चीज है। वह Brain Technology की खोज में एक अंतहीन यात्रा पर निकल पड़ते है।

वह Human Brain पर कई प्रयोग करते हैं तब सामने आता है एक आविष्कार, दिमाग को मशीन से जोड़ने वाला पहला बेहतरीन उपकरण। आविष्कार तो हो गया लेकिन यह यात्रा वहां खत्म नहीं हुई यहां से तो कहानी शुरू होती है, अनंत रहस्यों और रहस्यमय प्रयोगों की कहानी।

इसी कहानी के रास्ते 150 साल बाद वह एक अरबपति से टकराते हैं और कहानी का दूसरा अध्याय शुरू होता है। इस अरबपति का नाम है एलन मस्क और कहानी का दूसरा दौर कहानी का वो दूसरा अध्याय आज आपके सामने लिखा जा रहा है।

अपनी रॉकेट और इलेक्ट्रिक कार कंपनी को शिखर पर पहुंचाने के बाद एलन मस्क ह्यूमन ब्रेन को अपना अगला लक्ष्य बनाते हैं। साल 2016 में एलन मस्क ने न्यूरालिंक नाम की एक कंपनी की नींव रखी, यह कंपनी मनुष्यों के दिमाग में में सबसे आधुनिक चिप लगाने की तैयारी कर रही थी। सालों की खामोशी रिसर्च और डेवलपमेंट के बाद एलन मस्क की ये कंपनी दोबारा सुर्खियों में आई करीब 7 साल जानवरों के ऊपर प्रयोग करने के बाद आज न्यूरालिंक मनुष्यों के दिमाग में घुसपैठ कर रही है।

इस सिलसिले में साल 2023 एक बड़ा मील का पत्थर साबित हुआ इस साल अमेरिका में न्यूरालिंक को ह्यूमन ट्रायल्स की परमिशन मिल गई और फिर शुरू होता है मनुष्यों के इतिहास का सबसे बड़ा दांव। 31 जनवरी 2024 को एलन मस्क का ट्वीट आता है कि न्यूरालिंक ने एक इंसानी दिमाग में पहली चिप इंप्लांट कर दी। इस ब्रेन चिप के जरिए आपका दिमाग आने वाले कल में और ज्यादा ताकतवर बन चुके आर्टिफिशियल डिवाइसेज और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समेत तमाम टेक्नोलॉजी से सीधी पहुँच प्राप्त कर पाएगा।

लेकिन यह काम इतना आसान भी नहीं है, न्यूरोलिंक एलन मस्क का एक बहुत महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट की दिशा हमारी आपकी आने वाली पीढ़ियों की दशा तय करने की क्षमता रखती है।

ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस समूची मानव जाति का भविष्य निर्धारित करने वाली टेक्नोलॉजी है।